शब्द का अर्थ
|
धर्म-ध्वज :
|
पुं० [ब० स०] १. ऐसा व्यक्ति जो धर्म की आड़ लेकर स्वार्थ-साधन तथा अनेक प्रकार का कुकर्म करता हो। २. मिथिला के एक ब्रह्मज्ञानी राजा जो राजा जनक के वंशजों में से थे। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धर्म-ध्वजता :
|
स्त्री० [सं० धर्मध्वज+तल्—टाप्] १. धर्म-ध्वज होने की अवस्था या भाव। २. धर्म की आड़ में किया हुआ आडम्बर। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
धर्म-ध्वजी :
|
पुं०=धर्मध्वज। |
|
समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |